अहिल्या उद्धार देख दर्शक भाव विभोर
बेलीपार/कसिहार । श्री श्री रामलीला समिति ग्रामसभा कनइल द्वारा आयोजित पांच दिवसीय रामलीला में अयोध्या से आए रामलीला मंडली के कलाकारों द्वारा नारद मोह ,राम जन्म ,अहिल्या उद्धार, व ताड़का वध की मनोहरी प्रस्तुति ने देर रात तक दर्शकों को बैठने के लिए विवश कर दिया। पंडित विश्राम पांडेय द्वारा संचालित अवध आदर्श रामलीला मंडल अयोध्या के कलाकारों ने नारद ऋषि के अभिमान को बड़े ही संजिदगंी से दर्शाते हुए भगवान की महिमा से रुप वरण द्वारा उनके अहंकार को खत्म किया गया ।
जिस पर दर्शक हंसते हंसते लोटपोट हो गए। रावण एवं आसुरी शक्तियों के अत्याचार से ग्रसित पृवी मां की पुकार पर देवताओं के आशीर्वाद से गुरु वशिष्ट के निर्देश पर राजा दशरथ ने श्रृंगी ऋषि द्वारा पुत्रेष्ठी यज्ञ किया तो प्रसाद स्वरूप तीनों रानियां सुमित्रा, काश्ैाल्या व कैकेयी को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है ।
जिस हर्ष के वातावरण में सोहर ,मांगलिक गीतो से पूरा पंडाल आह्लादित हो जाता है। राम और लक्ष्मण के किशोरावस्था को प्राप्त होते ही ऋषि विश्वामित्र धर्मयज्ञ की रक्षा हेतु राम और लक्ष्मण को लेकर वन को जाते हैं ।
जहां भगवान राम के चरण स्पर्श से अहिल्या को श्राप से मुक्ति मिल जाती है। इस दौरान आसुरी शक्तियों के संघार स्वरूप ताड़का नामक राक्षसी का वध होता है तो पूरा पंडाल जय श्री राम के नारों से गुंजायमान हो जाता है ।
रामलीला के सफल आयोजन हेतु समिति के संरक्षक सुनील कुमार शुक्ला ,अध्यक्ष धर्मेंद्र शुक्ला ,संचालक आचार्य शिशिर कुमार पांडेय, आयोजक मंडल के ज्ञानेंद्र शुक्ला पंडित सुबोधकांत शुक्ला ,जय प्रताप पांडेय, रतनदीप शुक्ला आदि प्रमुख रूप से सक्रिय रहे।
अहिल्या उद्धार देख दर्शक भाव विभोर